- खनिजों का अजायबघर- झारखंड
- सोना- भूकिया, जगपुरा, आनन्दपुर, बांसवाड़ा
- सोना दोहन का कार्य- हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा
- चांदी (विद्युत का सुचालक)- जावर (उदयपुर), रामपुरा आंगुचा (भीलवाड़ा)
- लोहा- मोरीजा-बनोल-चौंमू, जयपुर
- नीमला- राइसेला, दौसा
- डाबला- सिंघाना, झुंझुनूं
- थूर- हुन्डेर, नाथरा की पाल, उदयपुर
- मैंग्नीज- बांसवाड़ा, उदयपुर (इस्पात को कठोर बनाने के लिए)
- सीसा-जस्ता- घूघरा मांडी (डूंगरपुर) (मिश्रित अयस्क-गेलना)
- जावर- उदयपुर
- रामपुरा आंगूचा- भीलवाड़ा
- राजपुरा दरीबा- राजसमंद
- हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड (1966)- देबारी, उदयपुर
- सुपर जिंक स्मेल्टर सयंत्र- चन्देरिया, चित्तौड़गढ़
- अभ्रक (अज्वलित खनिज)- भीलवाड़ा
- चूना पत्थर (सीमेंट उपयोग)- सोजत, गोटन, अटबड़ा, मूँडवा, चित्तौड़, बूँदी, कोटा।
- जिप्सम/हरसौठ- गाठमांगलोद (नागौर), लूणकरणसर, जायसर (बीकानेर)
- रॉक फास्फेट- झामर कोटड़ा (उदयपुर), बिरमानियाँ (जैसलमेर)
- तामड़ा/गारनेट/रक्तमणी- राजमहल (टोंक), सरवाड़, अजमेर, महवा, बागेश्वर, सीकर।
- पन्ना- हरि अग्नि, मरकत (संस्कृत मं), एमरल्ड (अंग्रेजी में), काला गुमान, हिरवी, गोगुन्दा (उदयपुर) कांकरोली (राजसमंद)
- फैल्सपार- मकरेश (अजमेर) (राजस्थान मंे उत्पादन में प्रथम स्थान)
- घीया पत्थर- नाथरा की पाल (उदयपुर), बूंदीख् तालेड़ा, सुकेत, लाडपुरा, झालरापाटन, खानपुरा, भवानी मंडी