राजस्थान का सामान्य परिचय-
राजस्थान राज्य भारत के उत्तरी पश्चिमी भाग में स्थित है

अन्तराष्ट्रीय व अन्तर्राज्यीय सीमा-
- पंजाब 89 किमी. – फाजिल्का, मुक्तसर
- उत्तरप्रदेश 877 किमी. – आगरा, मथुरा
- गुजरात 1022 किमी. – कच्छ, बनास, कांठा, साबरकांठा, अरावली, महीसागर, दाहादे।
- हरियाणा 1262 किमी. – सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेन्द्रगढ़, रेवाड़ी, गुड़गांव, मेवात (नूह)
- उत्तरप्रदेश 1600 किमी. – झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, शाहजहांपुर, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना।
अन्तर्राष्ट्रीय सीमा-
- पाकिस्तान 1070 किमी. – बहावलपुर, खैरपुर, मीरपुर
- नोट- भारत व पाकिस्तान के बीच रोड क्लिफ रेखा कुल लम्बाई – 3310 किमी.
- जम्मूकश्मीर – 1216 किमी.
- पंजाब – 514 किमी.
- राजस्थान – 1070 किमी.
- गुजरात – 510 किमी.
राजस्थान-
- गंगानगर- 210 किमी.
- बीकानेर- 168 किमी.
- जैसलमेर- 464 किमी.
- बाड़मेर- 228 किमी.
- कुल – 1070
विस्तार-

राजस्थान का क्षेत्रफल – 34223974 वर्ग किमी.
- इजरायल से 17 गुणा बड़ा
- श्रीलंका से 5 गुणा
- नेपाल से 2½ गुणा
- इंग्लैड से 2 गुणा
- जर्मनी, जापान, नार्वे, पौलेण्ड, इटली, स्वीडन के बराबर है।
राजस्थान के प्राकृतिक नगरो के उपनाम-
प्राचीन नाम | वर्तमान नाम |
ब्रजनगर | झालारापाटन |
रामनगर | गंगानगर |
श्री गोपाल | करौली |
अर्द्धचन्द्राकार | सीकर |
कोठी | धौलपुर |
त्रिभुजाकार | अजमेर |
श्री पंथ | बयाना |
आयताकार | भीलवाड़ा |
श्रीमाल | बाड़मेर |
पंतगाकार | टोंक |
स्वर्णगिरी | जैसलमेर |
भटनेर | हनुमानगढ़ |
अछिच्छत्रपुर | नागौर |
शिवि | उदयपुर |
मध्यमिका | नगरी |
सुवर्णगिरी | जालौर |
क्षेत्रों के उपनाम-
- तोरावाटी- अलवर व खेतड़ी के मध्य भू-भाग।
- यौद्धेय- गंगानगर, हनुमान के आस-पास का क्षेत्र।
- जांगलदेश- बीकानेर व जोधपुर के आस-पास का क्षेत्र।
- सत्यपुर, सांचौर- जालौर।
- आबूर्द देश- सिरोही।
- ऊपरमाल- भैसरोड़गढ़ से बिजौलिया तक पठारी भाग।
- गिरवा- उदयपुर में तश्तरीनूमा पहाड़ी।
- देशहरो- उदयपुर में जरगा व रागा की पहाड़ी।
- भोमट- सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर का पर्वतीय प्रदेश।
- उड़िया का पठार- गुरु शिखर के नीचे का पठारी भाग।
- लासड़िया का पठार- उदयपुर में जयसमन्द से पूर्व की ओर का विच्छेदित पठार।
- मेसा का पठार- चित्तौड़गढ़ किला स्थित है।
- कुबड पट्टी- अजमेर व नागौर के बीच भूगर्भीय पानी में फ्लोराइड युक्त पट्टी।
- लाठी सिरीज क्षेत्र- जैसलमेर में मोहनगढ़ से पोकरण तक 60 मीटर चौड़ी पट्टी।
राजस्थान के संभाग-
- 1949 में हीरालाल शास़्त्री के द्धारा संभागीय व्यवस्था का गठन।
- (राज्य पुनर्गठन आयोग न्यायमूर्ति फजलअली की अध्यक्षता में गठित) की सिफारिश पर 1 नवम्बर, 1956 को वर्तमान राजस्थान सात चरणों में पुरा हुआ।
- उस समय राज्य को 5 संभाग 25 जिलों में बाँटा गया।
- 26वां का जिला 1956 अजमेर बना इस अन्तिम चरण में अजमेर, माउण्ट आबु व दिलवाड़ा को मिलाया गया।
- मध्य प्रदेश का सुनेलठप्पा गांव, राजस्थान में मिला।
- कोटा का सिरोज मध्य प्रदेश में मिला दिया गया।
- 27वां धौलपुर- 15 अप्रैल, 1982
- 28वां दौसा- 10 अप्रैल, 1991
- 29वां बांरा- 10 अप्रैल, 1991
- 30वां राजसंमद- 10 अप्रैल, 1991
- 31वां हनुमानगढ- 12 जुलाई, 1994
- 32वां करौली- 19 जुलाई, 1997
- 33वां प्रतापगढ़- 1 अप्रैल, 2008
- छठा संभाग- अजमेर 1987
- सातवां संभाग- भरतपुर- 4 जून, 2005
- सात संभाग 33 जिले-
- जोधपुर
- उदयपुर
- कोटा
- बीकानेर
- जयपुर
- अजमेर
- भरतपुर
क्षेत्रफल की दृष्टि से-
- क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा- जोधपुर
- क्षेत्रफल की दृष्टि से न्यूनतम- भरतपुर
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा- जयपुर
- जनसंख्या की न्यूनतम वाला संभाग- कोटा
- सर्वाधिक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा वाला संभाग- जोधपुर
- न्यूनतम अन्तर्राष्ट्रीय सीमा वाला संभाग- बीकानेर
- सर्वाधिक अन्तर्राज्यीय सीमा वाला संभाग- उदयपुर
- न्यूनतम अन्तर्राज्यीय सीमा वाला संभाग- अजमेर
- अन्तर्राज्यीय सीमा के क्रमशः दूर व समीप संभागीय मुख्यालय- जोधपुर, भरतपुर
- दो बार अन्तर्राज्यीय सीमा बनाने वाला संभाग- उदयपुर (चित्तौड़ के दो भाग)
- क्षेत्रफल की दृष्टि से तीन बड़े जिले-
- जैसलमेर
- बीकानेर
- बाड़मेर
- दो संभागों से मिलकर बनने वाला संभाग- भरतपुर
- भरतपुर, धौलपुर- जयपुर संभाग में।
- करौली, सवाई माधोपुर- कोटा संभाग में।
- सर्वाधिक जन घनत्व वाले क्रमशः तीन बड़े जिले-
- जयपुर
- भरतपुर
- दौसा
- सर्वाधिक लिंगानुपात वाले क्रमशः तीन बडे़ जिले-
- डूंगरपुर
- भरतपुर
- दौसा
- न्यूनतम लिंगानुपात वाले जिले-
- धौलपुर
- जैसलमेर